Wednesday, September 24, 2008

जिंदगी के करीब आओ


[ जीवन - सार ]

जिंदगी हमें हर पल कुछ न कुछ सिखाती रहती है दोस्तों बस जरूरत है ख़ुद को जिंदगी के करीब समझने की जब हम ख़ुद को जिंदगी के करीब ले जायेंगे , तब हम यह महसूस करेंगे की हर पल में कितना कुछ सीखने को है जिंदगी की मुश्किलें भी हमें कुछ न कुछ सिखाती रहती हैं

आओ थोड़ा हंस लें ,,,,,,,,,,,,,,,

मुल्ला नसरुद्दीन की पत्नी कई दिनों से बीमार चल रही थी डॉक्टर इलाज़ कर - कर के थक गए थे एक बड़े डॉक्टर को बुलाया चेक उप के बाद उसने कहा - " मै दुखी हूँ नसरुद्दीन.... अब कुछ नही किया जा सकता बिमारी घातक है पत्नी तुम्हारी अब दो दिन बच जाए तो बहुत है मै अत्यन्त दुखी हूँ कुछ नही किया जा "

मुल्ला नसरुद्दीन ने उसकी पीठ ठोंकी और कहा - " छि॥छि...आप दुखी न हों अरे जब तीस साल सह लिया तो दो दिन और सह लेंगे "





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